आज सारे दोस्त साथ में हैं सब हँस खेल रहे हैं।।
आज लग रहा है कि कुछ नहीं चाहिए जिन्दगी से क्योकि अब पुराने यार दोस्त सब साथ हैं
"कुछ को मना लिया और कुछ की मान गया"
कुछ को माफ कर दिया और कुछ से माफी मांग ली"""""""""
बस अब खुशी है की सब अच्छा होगा दुआ है मेरी
हम क्यों अलग हो जाते हैं मैनें जब सोचा तो पता चला कि इसकी कोई वजह है ही नहीं
हाँ।।।।।।।
गलतफहमी जो इसकी मुख्य वजह है।।।।।
स्वाभिमान (ego) जो होना बेकार है।।
बस ये दोनों ही वजह हैं
दोस्ती में दरार कुछ गलतफहमिंया बड़ने से पड़ती है।।
हमारा egoइतनी सी age में इतना बड़ जाता है कि हम झुकना भूल जाते हैं लेकिन रिश्तों को बरकरार रखनें के लिए झुकना पड़ता है।।।।।
मेरे दोस्त मेरे अपने हैं इनसे हार भी जाऊँ तो रूठने की बात नहीं है क्योकि इनसे मुझे जीतना नहीं है इनके साथ तो जीना है।।।।। जिन्दगी जीना है।।।
चलो हम एक फैसला लें कभी न विछड़ने का।।।।।
चलो साथ में भरते हैं. उड़ान@@udan####
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